सिंधिया ओर पायलट के कारण कोई बहुत बड़ा राजनितिक फायदा नही होगा,पर इनके कोंग्रेस से टूटने के कारण जो सामाजिक फायदा होगा वो बड़ा भारी होगा ,इन दोनों की पर्सनालिटीयो के कारण जो मध्यप्रदेश राजस्थान के हजारो युवा बिना सोचे समझे कोंग्रेस से जुड़ गए थे और इनके समर्थन के साथ वो कोंग्रेस की कुनीतियों का समर्थन करने लग गए थे धीरे धीरे वो युवा देश धर्म राष्ट्र संस्क्रति के मुद्दे से दूर होते जा रहे थे क्यो की उनके नेता कोंग्रेसी थे और कोंग्रेस की कुनीतियों का समर्थन उनकी मजबूरी के साथ साथ अब आदत में बदलने लगने लगा था, ऐसे लोगो की संख्या हजारो में है जो कोंग्रेस से नही इन नेताओं के कारण कोंग्रेस से जुड़े थे और राष्ट्रविरोधी धर्मविरोधी होने लगे थे ,,ऐसे में #ज्योतिरादित्य ओर #सचिन पायलट का कोंग्रेस छोड़ना ,सिंधिया का बीजेपी में आना राजनीतिक ही नही सामाजिक रूप से भी हितकर है अब इनके समर्थक कोंग्रेस की राष्ट्र धर्म विरोधी नीति के समर्थन के पाप से भी बच जाएंगे और देश को अनेक युवा गर्त में जाने से बचने के साथ राष्ट्र धर्म के सारथी बन पाएंगे ,अब जिम्मेदारी इन दोनों नेताओं इनके साथ आए विधायको की भी है कि ये अपने समर्थकों को राष्ट्रधर्म से जोड़े। अगर ऐसा हुआ तो ये सामाजिक सांस्कृतिक और राष्ट्रीय हीत में होगा। ओर ये हित राजनीति से कही बड़ा हित साबित होगा।