विष्णु भगवान के वराह अवतार का दांत क्या कर सकता है?
मैं अपना अनुभव बताता हूँ..मेरे ही कस्बे का है :-
हुआ यूँ के आदरणीय Anand Rajadhyaksha जी ने फोन पर बताया कि सूअर का दांत, बाल,खाल बहुत उपयोगी है मुसलमान इससे दूर रहते हैं. कुछ और बात भी बताई थी उन्होंने वो पोस्ट के अंतिम भाग में हैं.
मैंने सोचा चलो आजमा कर देखते हैं शंका थी इसलिए "आजमा" शब्द लिखा है अनुभव होने के बाद समाप्त हो गई.
(कितने लोग बताये जाने के बाद बात की गंभीरता समझते हुए उसको खोजते हैं या प्रयास करते है? बहुत उदाहरण हैं जो दे सकता हूँ जो ना तो मित्रों की बात का विश्वाश करते हैं और ना स्वयं अध्यन/अनुभव करके उसको जांचने का प्रयास करते हैं)
खैर
एक मित्र/बड़े भाई से संपर्क किया जो बाल्मीकि समाज से है कि वो मुझे वराह (सूअर) का दांत उपलब्ध करवाए. उसने पूछा कि क्या बात है आज अचानक ऐसी डिमांड? तो उसको जानकारी दी. कहने/मानने/छुपाने का कोई इरादा नहीं कि मैंने सूअर का मांस भी खाया उस दिन बस एक पीस पेट भरा होने के बाद भी... भाभी ने बड़ा लजीज पकाया था.
खैर, उसने अगले दिन आने को कहा.
मैं तय समय पर पंहुचा और उसने साथ लेकर दांत उपलब्ध करवा दिया.. उसके बाद मैंने स्वयं उसकी काट-छांट करी और पंहुचा जौहरी के पास चांदी में मढ़वाने के लिए. जानकार था एक, लेकिन उसने इन्कार कर दिया. कारण पूछा तो उसके बताने से पहले ही आया हुआ एक ग्राहक बोला कि जैसे हम गाय की हड्डी को नहीं छुते ऐसे ही मुसलमान भाई भी सूअर के दांत को हाथ नहीं लगाते.
मैंने जानकार दूकान वाले को पूछा कि अंकल आपने इस्लाम स्वीकार कर लिया और हमें सेवैंयों की दावत भी नहीं दी