देश के पास वायु सेना के लिए फाईटर जेट खरीदने लायक पैसे नही है .....
क्या आपको याद आ रहा है ऐसा कुछ बयान ?????
समय था वर्ष 2014 में तत्कालीन मनमोहन सरकार के कार्यकाल के समाप्ति की ओर बढ़ने का ...................उस समय मनमोहन सरकार में देश के तत्कालीन रक्षा मंत्री ने संसद में बयान दिया था की वायु सेना के लिए फाईटर जेट खरीदने हेतु फंड सरकार के पास नहीं है अतः ये मुद्दा अगली सरकार के लिए छोड़ा जा रहा है ...................और मनमोहन सरकार का ये हाल तब था जब वह सरकार देश में 10 साल सत्ता में रह चुकी थी .............
याद रहे उस दौर तक भारतीय वायु सेना के बहुत से जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो चुके थे और वायु सेना में फाईटर प्लेन की संख्या चिंताजनक स्तर तक कम हो चुकी थी ......यही नही उस दौर में भारतीय सेना में हथियार , हथियार प्रणालियों तथा गोला बारूद की उपलब्धता इतनी कम हो चुकी थी कि भारत सात दिन के युद्ध को झेलने लायक स्थिति में नहीं था और तत्कालीन सेना प्रमुख को एक पत्र लिख कर तत्कालीन प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह का ध्यान इस चिंताजनक स्थिति के प्रति आकर्षित कराना पडा था ...इसी पत्र के बाद मनमोहन सिंह सरकार तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह के पीछे हाँथ धो कर पड़ गयी थी .....................उसी दौर में भारत का एयर डिफेन्स सिस्टम इतना कमजोर था कि देश के कई महत्वपूर्ण इलाके दुश्मन के हमले के दौरान पूरी तरह असुरक्षित हो सकते थे ................और ये आधुनिक प्रणाली भी भारत के पास नही थी !
कुछ महीने गुजरे और लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सत्ता में आये .........और मोदी ने मनमोहन सोनिया सरकार द्वारा खोखला की गयी भारत की अर्थव्यवस्था को इस करीने से सम्हाला की पिछली ही सरकार के दौरान मोदी ने भारत की सुरक्षा की सुरक्षा के सन्दर्भ में भारत की तीनो सेनाओं के लिए अभूतपूर्व खरीदारी की जिनका विवरण यहाँ लिखने में पोस्ट कई पन्नो की हो जायेगी .............फिलहाल मोदी सरकार के पिछले ही कार्यकाल में भारत की सुरक्षा हेतु दो सबसे बड़ी डील कि गयीं ...माईटी फाईटर प्लेन रफाल और रुसी एयर डिफेन्स सिस्टम S 400 ...................... जिनमे से 10 रफाल भारत को मिल चुके है..................... शेष 26 रफाल और रुसी एयर डिफेन्स सिस्टम S 400 की आपूर्ति अगले वर्ष तक भारत को मिल जायेगी .. पवन अवस्थी