यह शख्स Faiz Khan राम मंदिर के नींव के लिए मिट्टी लेकर जा रहा है और बीच में बैठकर आराम करता है फिर फेसबुक चलाता है और देखिए भगवान राम की भक्ति से सराबोर यह शख्स किस तरह के विचार रखता है
दरअसल ये अंदर का कट्टर इस्लाम है जो प्रकट होता है
हिंदू धर्म हो या हिंदू मान्यता हो हमारे यहां विचारों का टकराव चलता है हमारे धर्म में भी कई विचार आए कई संप्रदाय आए और सब एक दूसरे के साथ रहते हैं भिन्न मत मतान्तर होने के बावजूद भी एक हिंदू कभी दूसरे हिंदू को कभी इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करता
लेकिन इसके अंदर का जिहादी पन इसके अंदर का इस्लाम इसे विचार भिन्न होने पर इस तरह का लिखने को उकसाता है