आज जैसे पूरे देश मे एक गर्भवती हथिनी को मारे जाने पर सब मे इतना गुस्सा है तो ऐसा ही गुस्सा तब भी दिखाया करो जब गौमाता को तड़पके मारा जाता है उस समय हम भगवा धारी ही आवाज उठाते है ओर कोई नही। आज दिल बडा दुखा है इस घटना से इंसानियत खत्म हो गई है इस दुनिया से