केवल जन्म लेने मात्र से ही आप ब्राम्हण नहीं बन जाते,,,,ब्राह्मण बनना इतना आसान नहीं कि कोई भी एरा गैरा केवल अपने नाम के बल पर द्विज कोटि में अपनी गणना करा सके,,,,यह एक योग्यता है,जो वर्षों के अभ्यास और साधना से आती है,,,विरासत में नहीं मिलती,,, समझे
डिस्क्लेमर- मैं स्वयं केवल नाम का ब्राह्मण हूं,,,ब्राम्हण बनने हेतु मैंने अब तक कोई विशेष प्रयास नहीं किया है