बोहोत बलिदानों के पश्चात यह अद्भुत क्षण आया है यूं ही ना गंवा देना ,दीपावली से जैसा उत्सव होना चाहिए।
श्री रामचन्द्र जी का सही वनवास ५ अगस्त को समाप्त हो रहा है,मेरे लिए तो यह महापर्व है।
दीपमालिका से घर का कोना कोना जगमगा दो बना दो त्यौहार से बड़ा त्यौहार।