जैसा कि मैं अभी करोना से पूर्व तक समझता था
इम्युनिटी पॉवर वंशानुगत या वर्षों के खानपान व रहन सहन से पैदा होती है
रातों रात इम्युनिटी पॉवर कभी पैदा नहीं हो सकती
लेकिन करोना काल में इम्युनिटी पॉवर पैदा कराने को ना जाने कितने उपाय सामने आ गए हैं
तमाम लोग हल्दी वाला दूध और काढ़े लेकर इम्युनिटी किंग बने जा रहे हैं
लेकिन याद रखना
यकायक की जा रही ज्यादा काढ़े वाजी तमाम दूसरे रोग पैदा कर सकती है
या इतना हैविच्युअल बना देगी कि हल्दी , तुलसी आदि लेने वाला व्यक्ति बिना इनके जी ही नहीं सकेगा
मतलब इम्युनिटी पॉवर अस्थायी रूप से भले ही मजबूत हो जाय लेकिन कुल मिला कर तो इम्युनिटी कमजोर ही हो जानी है
अतः सरकार को इम्युनिटी पॉवर की टेस्टिंग की संभावनाएं तलाश करनी चाहिए
इम्युनिटी टैस्ट सम्भव हो सकता हो तो जो व्यक्ति करोना आदि से लड़ने में सक्षम लगता हो उसको कोई पहिचान चिन्ह देकर कामकाज करने की छूट देनी चाहिए
और जिसकी इम्युनिटी पॉवर कमजोर हो उसको सात तालों में बन्द होकर रहने की हिदायत दे कर रखना चाहिए
हां जिसकी इम्युनिटी पॉवर ऐसी हो जो कि थोड़ी इनक्रीज करने से ही काम चल सकता हो , उसको काढ़े आदि अवश्य ले लेने चाहिए
बाकी तो भाई अगर आप लोग गर्मी में काढा और हल्दी लोगे तो जाड़े में जीने के लिए क्या क्या नहीं लेना पड़ेगा ,
जरा इसका भी अंदाजा कर लो!
जयहिंद वंदेमातरम