कम्युनिस्ट और थुकल्लो के लिए एक शानदार idea है...
पहला कम्युनिस्ट करे... जो इनके भाड़े के mass murderer जो छिपे बैठे है बस्तर, सुकमा, गढ़चिरौली, दांतेवाड़ा, झरिया, लोहरदग्गा, त्रिवेणीगंज में उनको बाहर निकाल चुपचाप चीन सीमा पे जाकर चीन से दो दो हाथ कर लेना चाहिए... हथियार तो इनके पास भी है... केवल पुरुलिया वाला ही तो पकड़ाया था बाकियो के पास तो हैं ही... तो ये देशभक्त शूरवीर निकलें मांद से और छिपकर अपने सुरक्षाबलों पे घात लगाकर हमला करने वाले स्टाइल में चीन के सैनिकों को थूर डालें... भून डालें और फिर उनके हथियार लेकर भाग के वापस बस्तर सुकमा, दांतेवाड़ा और गढ़चिरौली के जंगलों में छिप जाएं...?
दूसरा thukkle करें... पेट में बम बांध के जैसे कहीं भींड में फटने का दम रखते हैं आम नागरिक के बीच या फिर सैनिकों के काफिले पर जाके फट जाते हैं... वैसे ही thukkle अपने सौ पचास पेट बम फाडू चीन सीमा पर फटने के लिए भेज दें... हज़ारों चीनी सैनिक फट जाएंगे और साथ में कुछ उइगर थुकल्लो को भी आज़ाद करा दें चीनी concentration कैम्पो से...?
ऐसा करके तत्काल कम्युनिस्ट और थुकल्लो को भक्तों और नागपुरिया संघियों के मुंह पर कालिख पोतने का सुनहरा मौका चूकना नही चाहिए...???