जिस तरह आज तक चैनल की रिपोर्टिंग है लगता है आज तक ने भी चीन से MOU साइन कर रखा है। चैनल खुलेआम बता रहा है कहां-कहां कितने सैनिक का डिप्लाईमेंट हुआ है । कितने स्कूल कहां कहां खाली कराए गए है। कौन-कौन से जहाज , कौन-कौन से टैंक कहां-कहां डिप्लाईड है । जो सूचना दूसरे देश को अपने जासूस रखकर पता करना होता है वो सारी सूचनाएं आज तक दे रहा है। वैसे भी आजतक और कोंग्रेस की नजदीकियां किसी से छिपी नही है।
अधिकांश महिला रिपोर्ट्स के कैमरा मैन के नामों पर ध्यान दीजिए। प्रेस और चैनलों मे अधिकतर कैमरा मैन एक विशेष समुदाय के हैं जिनके चलते जहां आम दिनों मे इनकी रिपोर्टिंग एन्टी हिन्दू रहती है वहीं युद्धकाल मे सम्वेदनशील जगहों पर इनकी उपस्तिथि देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक भी हो सकता है।
कारगिल युद्ध मे बरखा दत्त की रिपोर्टिंग का हस्र हम देख चुके हैं जब उसकी रिपोर्टिंग को ट्रैक करते हुए पाकिस्तानी गोला सटीक वहीं गिरा जहां हमारे सैनिक तोप चला रहे थे और जिसमे हमारे कई जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे।
बात सिर्फ इन्फॉर्मेशन लिकेज की ही रहती तो भी कोई बात होती। राहुल कँवल लगभग हर शाम एक स्क्रीन से दूसरे स्क्रीन तक दौड़ते हुए देश का मनोबल कम करने का कोई कसर नही छोड़ रहा। हर रात वो यही बताने की कोशिश करते रहता है कि चीनी कहां कहां घुसे हुए हैं। राहुल गांधी हर रोज जितनी मासूमियत से सवाल खड़े करता है राहुल कंवल को अपने हमनाम वाले पप्पू को सही प्रूव करने के लिए स्टूडियो की तीन तीन स्क्रीन पर दौड़ भाग कर उतना ही हांफना पड़ता है।
आप देखते रहिए खबरदार, लद्धाख से कैमरा मैन सईद मोजिन के साथ स्वेता सिंह आजतक। मैने आजतक इससे बड़ा नीच चैनल नही देखा।
सावधान रहें, सतर्क रहें