यह टिप्पणी करते हुए सुप्रीमकोर्ट ने दिल्ली दंगों और हत्याओं को भड़काने के मामले में तिहाड़ में बंद सफूरा जरगर की जमानत याचिका रद्द कर दिया।
आजादी की हवा जब चलती है तो उसमें खुद के जल मरने का अफसोस नहीं करते बल्कि कोख पर शर्म करते हैं जो ऐसी मानसिकताओं को पैदा करती हैं, और जिन कोखों में ऐसे जेहन पलते हैं!