अमृतवारा मंदिर, अमृतपुरा, एककुटा (एकांत में स्थित)
अमृतेश्वरा मंदिर, 1196, चिकमंगलुरु जिला, कर्नाटक
अमृतेश्वरा मंदिर "अमृतसुवारा" या "अमृतेश्वर" भी है, जो कर्नाटक राज्य, भारत के चिकमंगलूरु जिले में चिकमगलूर शहर से 67 किमी उत्तर में अमृतपुरा गाँव में स्थित है। हासन से 110 किमी और एन.एच. 206 पर शिमोगा से 50 किमी की दूरी पर स्थित अमृतपुरा अमृतेश्वरा मंदिर के लिए जाना जाता है। यह मंदिर 1196 ई में होयसल राजा वीरा बल्लाला के द्वारा और अमृतेश्वर दण्डनायका द्वारा बनाया गया था।
मंदिर का नामकरण इस मंदिर के शिल्पी, अमरूतेश्वर दंडनायक के नाम पर हुआ है। अमरूदेश्वर मंदिर में एक एककुत डिजायन वाला विमान (पूजा स्थल), एक विशाल खुला मंडप (हाल) तथा खुले हाल से जुड़ा हुआ एक बंद मंडप है। बंद मंडप में एक आंगन व नौ कक्ष हैं, जबकि खुले मंडप में उनतीस कक्ष हैं। यहां आगन्तुकों को मंदिर में कीर्तीमुख (राक्षसी चेहरे) वाली मूर्तियां देखने को मिलती हैं। अमरूतेश्वर मंदिर का मुख्य आकृषण यहां स्थित खराद के बने खम्भे हैं, जो मंदिर की छतों को सहारा देते हैं। ध्यान से देखने पर पता चलता है कि मंडप की आंतरिक छत पर फूलों के आकार वाली नक्काशी की हुई है। खुले मंडप में 140 पैनल हैं जो हिन्दु पौराणिक चरित्रों को प्रदर्शित करते हैं। दीवार का उत्तरी कोना महाभारत की महत्वपूर्ण घटनाओं तथा भगवान कृष्ण के जीवन को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, महाकाव्य रामायण की घटनाओं को भी घड़ी के विपरीत दक्षिणावर्त दीवार पर प्रदर्शित किया गया है। पर्यटक अमरूतेश्वर मंदिर के निकट ही स्थित भद्रा नदी बांध का भी भ्रमण कर सकते हैं।