अगर मुगल काल से ऊपर अफगान तुर्की इस्लामी सल्तनत पर बात की जाए,तो सभी प्राचीन मस्जिदे ओर मदरसा हिन्दू मंदिर और भवन है ।,मस्जिद में परिवर्तित हिन्दू मंदिर-महलों की संख्या कई लाख के ऊपर है ।
लेकिन आप अकबर ओर औरंगजेब पर ही अटके रहते है, मैं आपको बता दूं, अकबर ने 1564 के बाद एक भी मंदिर को मस्जिद नही बनाया था । मुगलकाल मे क्रूरता औरंगजेब के समय हुई है ।।
लेकिन उससे पहले अफगान पठानो ने जो विध्वंस मचाया है, उसकी कल्पना भी आप करेंगे, तो आपकी रूह थरथरा जाएगी ।।
उदाहरण के लिए ---यह जो चित्र आप देख रहे है, यह उसी अफगान तुर्की वंश की करतूत है, इब्राहिम शाह ने 1408 ईस्वी में इस अटाला देवी मंदिर को, अटाला मस्जिद बना दिया था । ऐसे लाखो मंदिरो की सूची मेरे पास है, ढाई लाख मंदिर तो केवल बंग प्रदेश ( बंगालदेश समेत ) में मस्जिद बने पड़े है । पूरे भारत का तो आप अनुमान ही लगा लीजिये।
भारत मे आपको 3 साढ़े 3 लाख मस्जिदों का रिकॉर्ड मिलेगा, लेकिन संख्या वास्तव में इससे कहीं अधिक है , इन्होंने हिन्दू मंदिरो को मस्जिद/ मदरसा में बांट दिया है । मदरसे कितने है, इसकी कोई जानकारी आपको नही मिलेगी ।
इस्लामी काल तो छोड़िए, आजाद भारत मे सेक्युलर सरकारों ने हिन्दू जमीनों ओर मंदिरो पर मुसलमानो का कब्जा करवाया है । पानीपत में हेमू की समाधि का मस्जिद दरगाह में परिवर्तित हो जाना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है ।