यह महान मराठा रानी ताराबाई की समाधि है, जो छत्रपति शिवाजी महाराज की बहू थी।
वह पहली मराठा थी जिसने उत्तर में छापे मारे, औरंगजेब को हराया और मालवा के शहरी केंद्रों को जीत लिया।
उसकी समाधि बर्बाद हो गई है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग औरंगजेब के महल को हमारे कर के पैसे से पुनर्निर्मित करने में व्यस्त है।
दुर्भाग्यपूर्ण!!
सच्चा हिन्दू होने के नाते हम सबको अपने हिन्दू वीरों के इतिहास को अपनी आने वाली पीढ़ी तक पहुचाना होगा! सरकार हमारे हिन्दू वीरों का इतिहास पाठ्यक्रम मे पढाये य़ा सिर्फ आतंकवादियों का इतिहास पढाये हमे हमारा फर्ज निभाना होगा!