"यदि मृत्यु मेरे और मेरे कर्त्तव्य के बीच आती है, तो मैं शपथ लेता हूँ, कि मैं मृत्यु को भी मार डालूँगा" - परमवीर चक्र कप्तान मनोज कुमार पाण्डेय (कारगिल युद्ध के दौरान परम बलिदान से पहले के शब्द)
आप की वजह से हम आज़ादी की साँस ले पा रहे हैं, कप्तान! आज, आपके जन्मदिवस पर आपकी पावन स्मृति को शत शत नमन! जय हिन्द!