यह हलवा तरबूज़ के फ़ालतू समझ कर फेंक दिए जाने वाले छिलकों से बनता है और बहुत स्वादिष्ट होता है.
#रेसिपी: तरबूज़ के छिलकों को धोकर साफ़ कर लीजिए और उनमें से #सफ़ेद_गूदेदार_भाग चाकू की सहायता से काट कर निकाल लीजिए.
अब इसे मिक्सी में थोड़े से पानी के साथ बारीक पीस लीजिए और एक पेस्ट तैयार कर लीजिए....
एक कड़ाही में लगभग सौ ग्राम घी गर्म कीजिए और उसमें दो चम्मच बेसन डाल कर हल्का लाल होने तक भून लीजिए और इस पेस्ट को डाल दीजिए.....इसे हल्की आँच पर लगातार चलाते हुए भूनिए......हल्का लाल होने पर यह घी छोड़ना शुरू कर देगा और सिकुड़ कर लगभग आधा रह जाएगा.....इसे #अच्छे_से_भूनना बहुत आवश्यक है क्यूँकि इसमें पानी की मात्रा काफ़ी होती है जिसे सुखाने पर ही यह हलवा अच्छे से पकेगा.
अब इसमें लगभग एक पाव दूध थोड़ा थोड़ा करके डाल दीजिए और हल्की आँच पर कढ़ने दीजिए....चाहें तो थोड़ी छोटी इलाइची और किशमिश आदि भी मिला सकते हैं.
अच्छे से पक जाने पर मनचाही मात्रा में चीनी मिला लें और थोड़ी देर और पकाएँ.....इसमें तेज चीनी से अच्छा स्वाद आएगा....इसे काफ़ी गाढ़ा होने पर आँच से उतार लें और एक चपटी ट्रे में डाल कर ठंडा होने दें....ठंडा होने पर इसे कुछ घंटों के लिए फ्रिज में सेट होने के लिए रख दें.
फ्रिज से निकाल कर चौकोर या आड़े टुकड़ों टुकड़ों में काट लें और स्वाद लें इस स्वादिष्ट हलवे का....इसे एक-दो दिन तक ही रखा जा सकता है वो भी फ्रिज में.....खाने के बाद एक डेज़र्ट के रूप में यह एक अच्छा विकल्प है.