परमाणु हथियारों से लैस अमेरिकी बाम्बर जेट ने दक्षिण चीन सागर को घेरा, देखती रह गई चीनी सेना.............
दक्षिण चीन सागर में जारी अमेरिकी युद्धाभ्यास में यूएस नेवी जोरदार शक्ति प्रदर्शन कर रही है। चीन की धमकी के बाद अमेरिका के 11 फाइटर जेट ने एक साथ साउथ चाइना सी के विवादित इलाके में उड़ान भरी। इस दौरान चीन केवल गीदड़भभकी देता रह गया। अमेरिका की इस आक्रामक कार्रवाई से भड़के चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने इसे शक्ति का खुला प्रदर्शन करार दिया।
दक्षिण चीन सागर में एक साथ उड़े 11 फाइटर जेट और अमेरिकी बाम्बर
परमाणु बम ले जाने में सक्षम अमेरिका के B-52H बमवर्षक विमान के साथ अमेरिका के 10 अन्य फाइटर जेट और निगरानी विमानों ने रविवार को एक साथ दक्षिण चीन सागर में उड़ान भरी। ये सभी विमान अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर निमित्ज से उड़ान भरे थे। यूएसएस निमित्ज के साथ यूएसएस रोनाल्ड रीगन एयरक्राफ्ट कैरियर भी युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रहा है।
अमेरिकी युद्धाभ्यास को चीन ने ताकत का प्रदर्शन बताया..
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीन के युद्धाभ्यास के बीच अमेरिकी B-52H बमवर्षक विमान और युद्धाभ्यास को एक संयोग नहीं बल्कि शक्ति का खुला प्रदर्शन करार दिया है। अखबार ने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन का परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम B-52H बमवर्षक विमान का गुआम में तैनात करना और युद्धाभ्यास करना चीन को अपनी ताकत दिखाना है।
उधर, दक्षिणी चीन सागर में अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर्स की तैनाती से भड़के चीन की पिट्ठू मीडिया की धमकियों पर अमेरिकी नौसेना ने मजा लिया है। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की धमकी भरे ट्वीट को रिट्वीट करते हुए अमेरिकी नेवी ने कहा कि इसके बावजूद वे उस इलाके में तैनात हैं। रविवार को ही ग्लोबल टाइम्स ने चीन के मिसाइलों की तस्वीर ट्वीट करते हुए अमेरिका को धमकी दी थी।
अमेरिकी नौसेना दिन और रात दोनों ही समय में युद्धाभ्यास करके चीन को किसी भी दुस्साहस के खिलाफ सख्त संदेश दे रही है। इसी इलाके में इन दिनों की चीन की नौसेना भी युद्धाभ्यास कर रही है। ये एयरक्राफ्ट कैरियर दुनियाभर में अमेरिकी नौसैनिक ताकत के प्रतीक माने जाते हैं। अमेरिका ने कहा है कि उसके इस युद्धाभ्यास का मकसद इस इलाके के हर देश को उड़ान भरने, समुद्री इलाके से गुजरने और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक संचालन करने में सहायता देना है।