ये जनाब भी खतना करवा चुके बॉलीवुड मे टिकने के लिये खतना जरुरी हे। पुरा बॉलीवुड अंडरवर्ल्ड के कब्जे मे हे।
हिंदूओ मे किसी पर दौ पैसै फालतू हो जाते है या ज्यादा पढ लिख जाता है नास्तिक बन जाता है ।
अमिताभ कोई मंदबुद्धि व्यक्ति नही है जो निर्णय लिया सोच समझ कर लिया।
उस फिल्म के बाद एक बड़ा पाखण्ड फैला लोग 786 के नोट को शुभ समझकर अपने पास रखने लगे।
जबकि उन भोले भाले लोगो को यह तक नही पता ये 786 किस का प्रतीक है।
बात यही तक नही है अभी कौन बनेगा करोड़पति के लास्ट सीजन में राजस्थान की एक महिला देशी पहनाए में कौन बनेगा करोड़पति में जाती है तो अमिताभ बच्चन उससे बोलते हैं इस मॉर्डन जमाने मे इतना बारी दुपट्टा इस पुराने रूढ़िवादी सोच को बदलना चाहिए
जबकि अगले दिन उसी हॉट सीट पर एक मुस्लिम महिला बुरका पहनकर आती है तो अमिताभ बच्चन बोलते हैं आप महान हो जो अपनी इस्लामिक परम्परा को शिद्दत से निभा रही हो ओर को भी उनसे प्रेरणा लेना के लिए बोला और तालिया बजवाई