यह नवनियुक्त गुजरात बीजेपी प्रमुख सीआर पाटील है जो अध्यक्ष बनने के बाद सबसे पहले केशुभाई पटेल का पैर छूकर आशीर्वाद लेने उनके घर पर गए
केशुभाई पटेल आज भाजपा में नही हैं लेकिन केशुभाई पटेल गुजरात बीजेपी में नींव के कार्यकर्ता रहे मुख्यमंत्री रहे हैं प्रदेश बीजेपी प्रमुख भी रहे हालांकि बाद में उन्होंने अपनी खुद की पार्टी भी बनाई लेकिन नरेंद्र मोदी जी जब भी गुजरात आते थे बगैर केशुभाई से मिले उनका गुजरात दौरा पूरा नहीं होता था
केशुभाई पटेल का हर वक्त गुजरात बीजेपी में सम्मान रहा उस वक्त भी जब वह अपनी खुद की पार्टी बनाकर बीजेपी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश किए थे उस वक्त भी किसी भी नेता ने केशुभाई पटेल के खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला
नरेंद्र मोदी जी भी 2014 में जब प्रधानमंत्री बने तब वह सबसे पहले अपनी मां का आशीर्वाद लिया और मां का आशीर्वाद लेने के बाद केशुभाई पटेल का पैर छूकर आशीर्वाद लेने गए थे
अब जरा स्मरण कीजिये कांग्रेस अध्यक्ष रहे सीताराम केसरी जी की...
सीताराम केसरी के बाद जैसे ही सोनिया गांधी कांग्रेस का अध्यक्ष बनी तब सीताराम केसरी समझ नहीं पाए कि उन्हें जब 5 साल के लिए कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया था तब मात्र 1 साल में ही क्यों हटाया जा रहा है । सीताराम केसरी कांग्रेस से पत्र लिखकर सवाल पूछ लिए थोड़ी देर बाद कांग्रेसी कार्यकर्ता आये और सीताराम केसरी को कुर्सी में से टांग कर उठाया और गेट के बाहर फेंक दिया
मुझे वह दृश्य याद है क्योंकि कई टीवी चैनलों पर दिखाया गया था कि इस खींचातानी में सीताराम केसरी की धोती खुल गई थी और बेचारे सीताराम केसरी पटरी वाली जांगिया पहने ही सड़क पर पैदल अपने घर गए
उसके बाद कांग्रेस ऑफिस में सीताराम केसरी का नेमप्लेट उखाड़ कर फेंक दिया
सीताराम केसरी अपने जन्म से लेकर मरते दम तक कांग्रेस की सेवा किये, वह नेहरू के जमाने से ही कांग्रेस नेता थे, और उनके साथ बुढ़ापे में कांग्रेसियों ने यह सलूक किया
यही है भाजपा और कांग्रेस की संस्कृति का अंतर...
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