जैसे फूंक मारने से अंगारे पर चढ़ी राख हट जाती है और शुद्ध अंगारा प्रकट हो जाता है वैसे ही हिंदुत्व के उत्थान की प्राणवायु से अरबी राख हट जाती है और मूल रक्त प्रकट हो जाता है।
अभी श्रीराम मंदिर की नींव नहीं पड़ी और सिर्फ चर्चा है तो विदेशी पूर्वजों से छुटकारा पा लिया।
जब मथुरा, काशी सहित एक एक मंदिर वापस आता जायेगा मलेच्छता स्वतः दूर होती जायेगी और शेष बचेगा शुद्ध हिंदू।
हिंदुत्व का पुनुरुत्थान ही इस राष्ट्र का पुनुरुत्थान है।
पुनःश्च, तीसरा पैरा ही सार है। जो समझ गये उनमें कूटनीतिक समझ है।