महान स्वतंत्रता सेनानी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, डॉ.भीमराव अंबेडकर, वीर सावरकर, सरदार पटेल व अटल बिहारी वाजपेयी की अगली पीढ़ियां कहां है? नेहरू परिवार में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी को अपनी पैतृक संपत्ति समझकर पार्टी का संचालन कर रहे हैं। इस परिवार के नेतृत्व में ही पार्टी के हर राजनेता को कार्य करना पड़ता हैं। राजेश पायलट और माधवराव सिंधिया दोनों ही कांग्रेसी राजनेताओं ने लगभग 20 साल तक कांग्रेस पार्टी में अपने वर्चस्व को स्थापित कर अपनी मेहनत और योग्यता का परिचय दिया। लेकिन दोनों ही 2000, 2001 में अकस्मात मृत्यु के शिकार हो गए। आज समय के चक्र में दोनों के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट को अपनी ही पार्टी ने तिरस्कार के कारण बगावत पर मजबूर कर दिया। आखिर कांग्रेस पार्टी में 'युवा स्वाभिमान' का तिरस्कार कब तक होता रहेगा? कांग्रेस पार्टी वंशवाद पर चलती आ रही है। कांग्रेस पार्टी में युवा टेलेंट, अनुभव और मेहनत के लिए कोई जगह नहीं है। आज भी बहुत से राजनेता राजनीति को वंशवाद और जातिवाद का हिस्सा मानते हैं। लोकतंत्र के लिए दोनों ही घातक है। आज राजनीत में ‘भविष्य के भारत' के लिए राष्ट्र और समाज के लिए समर्पित टैलेंटेड युवाओं की आवश्यकता है। एक समय अटल बिहारी वाजपेयी की एक वोट से सरकार गिरने पर उन्होंने कहा था कि 'आज कांग्रेस पार्टी हम पर हॅंस रही है एक समय ऐसा आएगा जब हमारी पार्टी तो मजबूत होकर बहुमत की सरकार बनाएगी और पूरा देश कांग्रेस पार्टी पर हँसेगा' आज अटलजी की भविष्यवाणी सार्थक सिद्ध हो रही है। भारत कांग्रेसमुक्त भारत की दिशा में आगे बढ़ रहा है।