आरक्षण जाति के आधार पर मिला था जिनमे दलित ओर पिछडे हिन्दू भाई आतें हैं लेकिन समय गुजरने के साथ मुस्लिम, ईसाई ओर बौद्ध भी आरक्षण का लाभ लेने लग गये।
बहुत से दलित ओर पिछडे धर्म परिवर्तन करके मुस्लिम, ईसाई ओर बौद्ध बन गये लेकिन अपनी जाति नही छोडी मतलब वह हिन्दू धर्म मे रहकर दलित था लेकिन मुस्लिम बनकर भी वह दलित ही रहा। इसी तरह बडे स्तर पर दलितों, पिछडों ओर आदिवासियों का धर्म परिवर्तन किया गया जो हिन्दू धर्म पर गहरी चोट है।
मुसलमानों, ईसाइयों ओर बौद्धों के द्वारा आरक्षण का लाभ लेने से सबसे बडा नुकसान यह है कि हिन्दू दलितों ओर पिछडों को लाभ नही मिल पा रहा है जिसके लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया था। मतलब ये दलित ओर पिछडे ऐसे ही रह जायेंगे ओर कभी आगे नही बड पायेंगे जिसका फायदा मुस्लिम, ईसाई ओर बौद्ध इनको बहका कर हिन्दू धर्म मे फूट डालेंगे। हिन्दू धर्म का ही नुकसान होगा।
इस अभियान को शुरू करने से फायदा यह होगा कि हमारे पिछडे ओर दलित भाइयों को उनका हक मिल पायेगा जिससे हिन्दूत्व मजबूत होगा।
बहुत सी सरकारी सुविधाएं जो सरकार द्वारा लायी जाती है उनको ये मुस्लिम हडप जातें हैं। इनको दोहरा फायदा होता है एक अल्पसंख्यक होने का ओर दूसरा दलित ओर पिछडे होने का।
मैं कहना चाहता हूँ कि आप इस अभियान मे सहयोग करे। आपको बस इतना करना है कि पिछडे ओर दलित सगंठनों के हितों के लिए आवाज उठाने का ढोंग करनेवाले संगठनों, राजनीतिक दलों को सोसिअल मीडिया पर फालो करना है ओर कमेंट बाक्स मे बस इतना कहना है कि मुसलमानों, ईसाइयों ओर बौद्धों को आरक्षण से बाहर करो। दलितों का हक मत मारों। पिछडे ओर दलित भाइयों के साथ उठते बैठतें भी यहीं चर्चा करनी है।
फायदा यह होगा कि भीम-मीम गठजोड टूटेगा ओर हिन्दुत्व मजबूत होगा।