#क्या_परसो_4_बजे_मोदीजी_सिर्फ_राशन_बांटने_आए_थे?
जी हाँ यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है।
तो इसका उत्तर है
नहीं,,,,
मोदी जी माइंड गेम खेलने में माहिर है।
यह काम तो उनका कोई सामान्य मंत्री भी कर सकता था, वो खुद क्यों आये?
शाम 4 बजे का वक्त एक बहुत बड़ी स्ट्रैटेजी थी, वो देश को नहीं दुनिया को संबोधित करने आये थे, क्यों कि यह वक्त पूर्व के देशों में शाम का वक्त होता है। वहीं पश्चिम के देशों में सुबह का वक्त होता है। जिससे महत्तम दुनिया को कवर किया जाए ।
#चीन,#लद्दाख का नाम लिए बगैर उन्होंने बताया कि वो हर हालत के लिए तैयार है, और किसी भी हद तक जाने को तैयार है ।
ठीक भाषण के पहले चीनी app पर रोक लगाने की प्रेस रिलीज जाहिर करना बता देता है, की वे आगे और भी कड़े कदम उठाने को तैयार है।
भारत के पास जरूरत से ज्यादा राशन है, कोई इम्पोर्ट की जरूरत नहीं।
वो चीन, और सारे चीनी एजेंट और PLA को दिखा देना चाहते थे कि वो जिनपिंग नहीं है।
वो मोदी है,,,
वो देश की जनता से सीधा संवाद करते है। जबकि चीन अपनी ही प्रजा के गुस्से के ज्वालामुखी पर बैठा हुआ है। और उसके उलट उन्होंने दिखा दिया कि भारत की जनता उनके साथ है ।
अगर आपको लगता है, की चीनी app ब्लॉक करके कुछ नहीं होगा तो आप गलत है, यह एक डोमिनो इफ़ेक्ट है। कल जैसे ही भारत ने एलान किया अन्य देशों में भी ban करने की मांग उठने लगी है।
कल FCC के चेयरमेन अजित पई ने US में Huawei और ZTE को ब्लैक लिस्ट कर दिया। उससे सिर्फ US नहीं पूरे यूरोपियन देशो में उसकी बिक्री पर फर्क पड़ेगा, क्योंकि CE और FCC मार्क हर इलेक्ट्रॉनिक चीज के लिए अनिवार्य है ।
आपको मजाक लग रहा होगा, पर यह सच्चाई है कि चीन को बिलियन नहीं ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होगा।
मोदीजी का कुछ न बोलना भी बहुत बड़ी रणनीति है।
क्या आपको अभी भी लगता है मोदीजी सिर्फ राशन बांटने आये थे ?