brijendrakumar199607's Album: Wall Photos

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*आज की वेश्या*

कहा जाता है कि प्राचीन काल में एक रण्डी का नाच देखने के लिए उसके खास मकान(कोठे) का रुख किया जाता था।
तो वो रण्डी देखने वालों को अपनी दिलकश अदाओं और अपने नंगे जिस्म के जरिए वाह वाही लूटती थी।
अगर उस रण्डी से पूछा जाता कि वो ये काम क्यो करती है?
तो 100% में से 99.99% ये जवाब होता के मजबूरी है, में मजबूर हूं शोक में ये काम नहीं करती हूं।
वो मजबूरी अगर पता लगाने की कोशिश की जाती तो हर किसी की एक अपनी दिल को दहलाने वाली कहानी होती ।
किसी के सर पर मां बाप का साया ना रहा, तो किसी को शोहर हारामी व नालायक मिला।
ये तमाम बातें करने का मकसद ये है कि उन तवायफों की मजबूरियां समझ में आती थीं।
मगर आज की रंडियों को क्या हो गया है? पता नहीं
में बात कर रहा हूं *_टिक टोक_* वाली *_रंडियों_* की।
जी हां मुझ को पता है कि बहुत से लोगों को मेरी बात नागवार गुजर रही होगी मगर ये बात करनी भी ज़रूर है तो में कहना चाहूंगा उन लोगो से (जिनको मेरी बाते बुरी लग रही हैं) के भाई जरा अपने दिमाग पे ज़ोर डालो और सोचो के हमारे आस पास कितनी बे हायाई है क्या ये टिक टोक और इस जैसे दूसरे ऐप्स इसके लिए जिम्मेदार नहीं है?
आप देखो की बहुत ही कम कपड़े पहन कर ये आदम की बेटी और नाम की मुसलमान ज़माने वालों को अपनी दिलकश अदाओं, टाईट जीन्स, चुस्त पजामे पहन कर अपने पिछवाड़े निकाल कर और अगर बस चले तो शर्ट भी उतार कर ठुमक ठुमक कर ज़माने के सामने अपने आपको पेश करती हैं।
ओ दाद मांगती हैं।
तो में पूछता हूं कि क्या ये उन कोठो की पैदावार हैं?
क्या उनके सर पर भी उनके वालिदैन का साया ना रहा?

अपनी राय दें और अगर आपको भी इस आदमी की बेटी की कुछ फिकर है तो ज़्यादा से ज़्यादा फैलाएं।
अल्लाह इनको अक्ले सलीम दे।