04 फरवरी 1973, झारखंड मुक्ति मोर्चा के गठन का ऐतिहासिक दिन। धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में आयोजित खुला अधिवेशन में जनसैलाब को संबोधित करते हुए शहीद शक्तिनाथ महतो ने कहा था
"ये लड़ाई लंबी चलेगी। इस लड़ाई में पहली पीढ़ी के लोग गोली खाएंगे, दूसरी पीढ़ी के लोग जेल जाएंगे और तीसरी पीढ़ी के लोग राज करेंगे।"
28 नवम्बर 1977 को झारखंड विरोधी मानसिकता वाले नेताओं, पूँजीपतियों और माफियाओं ने शक्तिनाथ दा की हत्या कर उनकी भविष्यवाणी को सच कर दी।
कोयलांचल का हीरा कहे जाने वाले मजदूरों के क्रांतिकारी नायक शहीद शक्तिनाथ महतो को कोटि कोटि कोटि नमन।