आम हिन्दू को ये स्वयं को छूने नहीं देने वाले, स्वरूपानंद पादरी से आशीर्वाद लेते हुए। जब कोंग्रेस ने राम को काल्पनिक बताया तब ये नहीं बोले। हिंदुओं पर होने वाले इस्लामी अत्याचार पर कभी नहीं बोले। राम मंदिर निर्माण पर अड़ंगा लगाने में फिर कोंग्रेसी एजेंट बन आये हैं।