मोहम्मद #फैज़खान हैं जो भगवान श्रीराम के ननिहाल दक्षिण कौशल (अभी का रायपुर क्षेत्र) में स्थित #श्रीकौशल्या माता मन्दिर से चाँदी की डिबिया में #मिट्टी लेकर #अयोध्या आ रहा हैं, मन्दिर की नींव में डालने के लिए...
बस एक छोटी सी समस्या है कि पचास या सौ सालों बाद विद्यालयों में पढ़ाया जाने लगेगा "जिसने राममन्दिर की शुरुआत मिट्टी डाल कर की वो शख्स मुसलमान था" और तब उस समय के ओवैसी जैसे जहरीले लोग इन बातों का फायदा उठाने से नहीं चूकेंगे और तमाम तरह की 'गङ्गा-जमुनी तहजीब' वाली कहानियाँ गढ़ के पेश की जायेंगी।
यदि ये इतना ही बड़ा रामभक्त है तो #सनातनी क्यों नही बन गया ?