इस घटना की याद आज शायद ही किसी को हो , 15 अगस्त 1973 को लाल किले के सामने एक कुएं में एक भारीभरकम तांबे और स्टील के कैप्सूल में इंदिरा जी ने कुछ महत्वपूर्ण पब्लिक दस्तावेज गाड़े थे, इस अनुमान के साथ तब से 5 हजार साल बाद जब यहां खुदाई हो तो उस वक्त के लोगो को तत्कालीन सरकार के विषय मे पता चल सके, कुछ लोगो ने मांग की है कि मोदी जी इस स्थल को खुदवा कर इन दस्तावेजों को सार्वजनिक करे।