अब तो हम लोगों को भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि जो लोग बॉलीवुड को अपने बाप की बपौती समझ रहे हैं,
उनकी फिल्मों का बायकॉट करना शुरू कर दें... हम हीं इनको बनाते हैं और हम हीं इनको सड़क पर ला सकते हैं, फिर इन्हें औकात में आने में देरी नहीं लगेगी।
जय हिंदुत्व, जय सनातन संस्कृति