आदमी जब थक जाता है तो स्त्री को याद करता है.....
आदमी जब उब जाता है तो स्त्री को याद करता है.....
आदमी जब टूट जाता है तो स्त्री को याद करता है...
इसे दूसरे तरीके से कह लो थके, टूटे, उबे हुए आदमी को सिर्फ और सिर्फ स्त्रियां ही बदलती हैं
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स्त्री ही शक्ति एवम् स्वरूप है
शुभ दिन दोस्तों