49 साल पहले कपड़ो में पॉटी और सुस्सू कर दी थी केरल के वर्तमान कम्युनिस्ट मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ....
दिसंबर 1971 में केरल के # थलसरी जिले में भयंकर साम्प्रदायिक दंगे हुए थे ।
दंगों के डर से शहर के लोग सड़कों पर नहीं निकल पा रहे थे। अधिकांश लोग अपने घरों में ताला लगा कर अपने रिश्तेदारों के घर चले गए थे ।
ऐसे हालात में #Vijayan_Koran नाम से एक 26 वर्षीय कट्टर कम्युनिस्ट गुंडा कई मुस्टन्डों को दो जीपों में भरकर मदमस्त हाथी जैसे इलाके में घूमते हुए लोगों को दंगों के लिए उकसा रहा है।
इसी क्रम में 4 जनवरी, 1972 को थालास्सेरी में इस गिरोह के हाथों #Kunjiraman नामक एक निर्दोष हिन्दू की हत्या हो गई थी।
उससे ठीक दो दिन पहले, थालास्सेरी क्षेत्र में एक 25 वर्षीय युवा आईपीएस अधिकारी ने एएसपी के रूप में पदभार संभाला था।
हत्या की जानकारी मिलने पर, वह मौके पर पहुंचा और हत्यारों की धर पकड़ में लग गया। जब उसे मुखबिरों से पता चला कि विजयन कुरान गिरोह एक फार्म हाउस में ड्रग्स पार्टी कर रहा है तो उस युवा IPS ने तुरंत अपनी पुलिस ब्रिगेड के साथ वहाँ दबिश दी।
गिरोह का सरगना विजय कुरान को एक कान्स्टेबल पकने गया तो कुरान ने उसे धमका दिया। स्थानीय कान्स्टेबल जो विजय कुरान की गुंडागर्दी को जानता था , डर कर पीछे हट गया।
यह सब देखकर युवा आईपीएस अधिकारी खुद मैदान में उतर गया।
वह उसके पीछे भागा और उसके पिछवाडे जोर से लात मारी।विजयन कुरान औंधे मुँह जमीन पर गिर गया और उसका चेहरा घायल हो गया ।
चेहरे और हाथों से खून बह रहा था और उसकी सफेद लुंगी खुल कर नीचे गिर गई।
उसे थल्सेरी बाज़ार के बीच एक खुले जीप में थाने ले जाया गया जिसे थलासेरी के सभी लोग देख रहे थे।
युवा आईपीएस अधिकारी ने इस दौरान के दौरान एक शब्द नहीं कहा।
उसे पुलिस स्टेशन ले जाया गया और सेल में डाल दिया गया।
एक कांस्टेबल ने सेल में जाकर उसके हथकडियोँ को खोल दिया और कहा, "मुझे विश्वास नहीं है कि आप कल का सूर्योदय देखेंगे।"
इस बीच उस युवा आईपीएस अधिकारी ने सेल में प्रवेश किया।
उसने एक हाथ से गुंडे की गर्दन पकड़ ली और उसे दीवार में लगे एक खूँटे पर टांगकर भरपूर सेवा की।
कम्युनिस्ट गैन्गस्टर मार खाकर पानी मांगने लगा । उस अधिकारी की अनुमति से, कांस्टेबल ने एक गिलास पानी लाकर उसे पिलाया ।
अब IPS अधिकारी ने उसके झुके सर को ऊपर उठाते हुए कहा "Vijayan Koran ....look at me"
"
लेकिन उस उपद्रवी को मलयालम के अलावा कुछ नहीं आता था और उस IPS को अभी तक मलयालम ठीक से नहीं आती थी।
तब गुंडे के रोने धोने को नजरअंदाज करते हुए, वह IPS एक रिवाल्वर लाया और गुंडे के माथे पर लगा दिया, ( इतने में ही गुंडे का पेशाब निकल गया और सारी हेकडी गायब हो गई।), और टूटे फूटे मलयालम में कहा :
“इस थालास्सेरी क्षेत्र में कहीं भी कोई हिंसा या झड़प नहीं होनी चाहिए।
यदि ऐसा होता है, तो पिस्तौल की गोली सीधे तुम्हारी खोपड़ी में चली जाती है। बात समझ में आई की नहीं .. ?? "
"एस सर .." उसने रोते हुए कहा।
अधिकारी ने बाहर जाते हुए गुण्डे को अपने पैरों और नीचे फर्श पर फैले मूत्र को साफ करने का आदेश दिया जिसे उस गुण्डे ने बखूबी किया।
उसके बाद छह महीने तक थालास्सेरी में कोई झड़प नहीं हुई।जब वहां सब कुछ शांत हो गया, तो युवा IPS अधिकारी को मुख्यमंत्री #Achuthameenan ने सराहा और दूसरे अशांत क्षेत्र में भेज दिया।
आप जानना चाहेंगे कि वह गुंडा और वह युवा IPS अधिकारी कौन थे। वह युवा IPS अधिकारी तो हमारे भारतीय जेम्स बॉन्ड #AjithDowal थे । लेकिन वह कम्युनिस्ट गुंडा विजयन कुरान कौन था ?
वह गुंडा था केरल का वर्तमान मुख्यमंत्री *पिनियारि विजयन*
घटना के बाद अपमान की आग में जलते हुए विजयन कुरान ने अपना नाम बदलकर #Pinaraivijayan कर लिया। फ़िर कम्युनिस्ट पार्टी मे उसका विकास होता गया और वह केरल का मुख्यमंत्री बन गया।
और भाग्य का चक्र देखिए। आज फ़िर 50 वर्षों बाद सोना तस्करी कांड में इसी पिनियारि विजयन का नाम प्रमुखता से आ रहा है और राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से इस केस की गम्भीरता को देखते हुए NSA अजीत डोवल को भी इस जाँच में शामिल किया गया है।