अगर "इस्लामिक स्टडी से IAS" बना जा सकता है।
तो स्टडी ऑफ वेद ,रामायण, गीता, उपनिषद को भी UPSC की परीक्षा में शामिल किया जाए। केवल सनातन धर्म से ही इतनी नफरत क्यो..??
मुझे एक बात तो पता है की कोई सनातनी इस विषय को ज्यदा गम्भिरता से नहीं लेगा, परन्तु आप सभी के अंतर्मन में एक चेतना का जागृत होना बहुत ही आवश्यक है।