सऊदी अरब के प्रिंस और रक्षा मंत्री सुलेमान ने इस्लामी देश होने का दावा करने वाले पाकिस्तान को उसकी औक़ात दिखाई। पाकिस्तान बिन बुलाए ही कतर और सऊदी अरब के बीच मध्यस्थता करने जा पहुंचा था।
सुलेमान ने भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों को 'अल हिंदी-मुस्कीन' अर्थात घटिया श्रेणी के मुस्लिम बताया। सुलेमान ने कहा कि हम अरबवासी ही सही मायने में मोहम्मद साहब के असली वंशज हैं। वे पाकिस्तान को इस्लामी देश भी नहीं मानते।
सुलेमान के अनुसार पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोग मुस्लिम नहीं हैं बल्कि उन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम अपनाया। लिहाजा ये मुस्लिम नहीं हैं। उन्होंने पाकिस्तान के लोगों को कन्वर्टेड मुस्लिम और सऊदी अरब का गुलाम कह कर रही सही कसर भी पूरी कर दी। उनके हिसाब से खुद को मुस्लिम बताने वाले ये लोग दरअसल हिंदू-मुस्लिम हैं।
पाकिस्तानी लोग अपने को अरबी कहते मर गए लेकिन अरब उन्हें अपना मानते ही नहीं।