ओटीटी प्लेटफार्म पर ईरानी फ़िल्म निर्देशक माजिद मजीदी की 'मुहम्मद द मैसेंजर ऑफ गॉड' रिलीज होने जा रही है। इसका पता चलते ही कुछ मुस्लिम गुट इसके विरोध में आ गए हैं और इसका प्रसारण बैन करने की मांग कर रहे हैं। इस फ़िल्म को बैन नहीं किया जा सकता क्योंकि भारत सरकार ने ओटीटी के लिए कोई कानून ही नहीं बनाया है। मज़े की बात कि महाराष्ट्र सरकार को इस फ़िल्म के प्रसारण से तकलीफ हो गई है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने केंद्र से मांग की है कि वह फिल्म मुहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड का डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रसारण रोके। अनुष्का शर्मा की वेबसीरीज 'पाताल लोक' पर बैन लगाने की मांग महाराष्ट्र सरकार ने नहीं की थी, उल्टा उसको बढ़ावा दिया था लेकिन अब बात मुहम्मद की है। २१ जुलाई को ये फ़िल्म ओटीटी पर रिलीज होगी। अब प्रकाश जावड़ेकर जी युद्धस्तर पर काम करें। दो दिन में एक कानून बनाकर सदनों से पास करवाए और फ़िल्म का प्रसारण रुकवा दें। हिन्दू अपमान पर मौन रहने वाले जावड़ेकर अब क्या करेंगे। क्या यहां भी मौन रहेंगे। देखना बड़ा दिलचस्प होगा। दिलचस्प इसलिए कि अब तक हम इन फिल्मों से पीड़ित हो रहे थे और अब मुस्लिम समाज पीड़ित हो रहा है। प्रकाश जावड़ेकर के पाले में बॉल नहीं फुटबाल आ गिरी है।