#त्रावणकोर राजपरिवार की महारानी अस्वथि तिरुनल गौरी लक्ष्मीबाई, आज सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक निर्णय के बाद खुशी के आंसुओं के साथ बेटे के गले लगकर रो पड़ीं...!!
#दो #लाख करोड़ रुपए की संपत्ति वाले पद्मनाभस्वामी मंदिर को 6वीं शताब्दी में त्रावणकोर के राजाओं ने बनवाया था..!! साल - 1750 में महाराजा मार्तंड वर्मा ने खुद को भगवान का सेवक यानी - (#पद्मनाभ #दास) - बताते हुए अपना जीवन और संपत्ति उन्हें सौंप दी ....!!
9 #वर्ष #लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पद्मनाभस्वामी मंदिर के प्रशासन में त्रावणकोर शाही परिवार के अधिकार को मान्यता दे दी है ..!! इस फैसले में केरल हाइकोर्ट का केरल सरकार के पक्ष में दिए गए निर्णय को पलट दिया है...मंदिर को केरल की वामपंथी सरकार के लूट तंत्र से बचा लिया गया.....
#धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः।
तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्।।