बिल्कुल ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, जब कोरोना महामारी नहीं थी जब छात्रों को प्रमोट नहीं किया जा रहा था तब भी 90 प्रतिशत के उपर रिजल्ट आते थे।
लेकिन ऐसे विज्ञापन देकर जनता के पैसे बर्बाद कोई नहीं करता।
ऐसी भड़वागिरी कभी नहीं देखी थी किसी भी राज्य या किसी भी सरकार में नहीं।
ऐसी भड़वागिरी सिर्फ तुम्ही कर सकते हो जिल्ले-इलाही।