इस बार रक्षाबंधन के पर्व पर "देशी मिठाइयाँ" ही खरीदिए, जिससे हमारे हलवाई भाइयों को कुछ कमाने का मौका मिल सके। प्रतिवर्ष ३-४ त्योहार ऐसे ही आते हैं जब मिठाइयों की ज़बरदस्त बिक्री होती है लेकिन उस पर भी इन विदेशी कंपनियों ने "कुछ मीठा हो जाए" कह कर कब्जा जमा लिया है।
कैडबरी, नेस्ले आदि लूटेरी कंपनियों ने चॉक्लेट बेचकर हमारे हलवाई भाइयों की रोजी रोटी में जबर्दस्त सेंध मारी है और लोग भी इन कंपनियों के बहकावे में आकर इनकी बिक्री बढ़ाने में लगे हुए हैं। सिर्फ इन २ कंपनियों ने ही लाखों लोगों को बेरोजगार कर दिया है। इन कंपनियों की लूट में हमारे विदेशी मीडिया का भी काफी योगदान है जिसे त्योहार आते ही देशी मिठाइयों में मिलावट दिखने लगती है जबकि साल भर इन्हें कुछ नहीं दिखता और कैडबरी और नेस्ले के प्रचार हर २ मिनट में दिखाने लगते हैं।
सभी भाई और बहनें देश को बेईमान, लूटेरी कंपनियों से रक्षा का संकल्प लें और इस नेक काम में शरीक हों...... तब दोस्तों ये एक अनूठा रक्षाबंधन होगा जिसमें गरीबी से मुक्त भारत सभी को उपहार स्वरुप मिलेगा।
जब मिठाई बनाने के क्षेत्र में भी विदेशी कंपनियां घुसेंगी तो कौन हैरान होगा ??हमारे हलवाई भाई
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