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सहजन को सावन में लगायें और सहजन के लाभ उठायें sahjan ke fayde in Hindi सहजन को ड्रमस्टिक (drumstick) या मोरिंगा(Moringa) के नाम से जाना जाता है।
मोरिंगा तमिल शब्द मुरुंगई से बना है जिसका अर्थ त्रिकोणीय मुड़ी हुआ फल है। सहजन के फायदे गुण लाभ अनेक है सहजन के पेड़ पर वर्ष में एक बार फूल और फिर फल लगते हैं। इसका फल पतला लंबा और हरे रंग का होता है जो पेड़ के तने से नीचे लटका होता है। सहजन के पेड़ का हर एक हिस्सा बहुत फायदेमंद होता है और खाने के साथ ही बीमारियों के भी इलाज में उपयोग किया जाता है।
सहजन के पेड़ का उपयोग –
Sahjan सहजन की पत्तियां एवं फूल घरेलू उपचार में हर्बल मेडिसिन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके फूलों एवं फलों को सब्जियों के रूप में उपयोग किया जाता है। सहजन का गुदा और बीज सूप, करी और सांभर में इस्तेमाल किया जाता है। सहजन का सूप इसकी पत्तियों, फूलों, गूदेदार बीजों से बनाया जाता है जोकि बहुत ही पोषण युक्त होता है और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
सहजन के फायदे –
Sahjan Tree सहजन के पेड़ का कोई एक भाग ही नहीं बल्कि इसका फल, फूल, छाल, पत्तियां और जड़ सभी का उपयोग स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। बीमारियों के इलाज में विशेषरूप से ड्रमस्टिक का इस्तेमाल किया जाता है। आइये जाने सहजन के लाभ क्या हैं।
सहजन के फायदे ओवेरियन कैंसर के इलाज में –
भोजन के रूप में उपयोग होने की अपेक्षा दवा के रूप में ड्रमस्टिक का उपयोग सबसे अधिक होता है सहजन के जड़ में उत्कृष्ट पोषक तत्व पाये जाते हैं और इसमें फाइटोकेमिकल कंपाउंड एवं एल्केनॉयड पाया जाता है और एक स्टडी में पाया गया है कि सहजन का जड़ अंडाशय के कैंसर (ovarian cancer) के इलाज में बहुत प्रभावी होता है। (और पढ़े – अंडाशय का कैंसर: प्रारंभिक लक्षण, जाँच, और उपचार)
सहजन के गुण स्पर्म बढ़ाने में सहायक –
विटामिन के अलावा जिंक, कैल्शियम और आयरन जैसे मिनरल सहजन (drumstick) में पाये जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। पुरुषों में स्पर्म बनने में जिंक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और कैल्शियम खून की कमी नहीं होने देता है। सहजन की छाल में पाये जाने वाले यौगिक पतले सीमेन (semen) की समस्या को खत्म कर स्पर्म की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं। (और पढ़े –
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सहजन के फूल के फायदे यूटीआई के इलाज में –
सूजन को कम करने वाली हर्बल क्रीम और मसल्स की पीड़ा को दूर करने वाली क्रीम बनाने में सहजन के फूलों का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा सहजन के फूलों का चाय बनाकर पीने से इसमें मौजूद पोषण की वजह से महिलाओं में यूटीआई की समस्या खत्म हो जाती है। इसके अलावा बच्चे को दूध पीलाने वाली महिलाओं को सहजन के फूलों का सेवन करने से दूध बढ़ता है। (और पढ़े – मूत्राशय में संक्रमण के कारण, लक्षण और बचाव)
सहजन के फायदे वजन घटाने में –
एक शक्तिशाली मूत्रवर्धक का कार्य करने के कारण सहजन का इस्तेमाल करने से यह वजन घटाने में मदद करता है। यह एंटीबायोटिक और पेनकिलर का भी काम करता है और सूजन एवं दर्द दूर करने में सहायक होता है। इसकी सब्जी खाने से क्षतिग्रस्त कोशिकाओं के मरम्मत में यह मदद करता है। (और पढ़े –
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सेक्स के आनंद के लिए सहजन है फायदेमंद –
यौन रोगों को दूर कर यौन शक्ति बढ़ाने (sexual power), उत्तेजना पैदा करने और जननांगों की बीमारियों को दूर करने में सहजन का उपयोग बहुत लोकप्रिय है। अच्छा यौन सुख प्राप्त करने के लिए सहजन के फलों का उपयोग किया जाता है। (और पढ़े –
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सहजन के फायदे पाचन में –
विटामिन B-कॉम्पलेक्स एवं फोलिक एसिड, पाइरीडॉक्सिन (pyridoxine) सहजन की पत्तियों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है यह ये सभी तत्व भोजन का आसानी से पचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ड्रमस्टिक की पत्तियों में मौजूद विटामिन पाचन क्रिया को रेगुलेट करते हैं। इसकी सूखी पत्तियों का पावडर गर्म पानी से सेवन किया जा सकता है।
मोरिंगा के फायदे चेहरे पर ग्लो के लिए –
पोषक तत्व जैसे विटामिन बी, प्रो विटामिन, बीटा-कैरोटीन और प्रोटीन आदि सहजन के पत्तियों में अधिक मात्रा में पाये जाते हैं। सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल चेहरे पर चमक लाने और बालों की अच्छी सेहत के लिए किया जाता है। सहजन की हरी पत्तियों को पीसकर चेहरे एवं बालों में लगाने से लाभ मिलता है।
सहजन के फायदे वाटर प्यूरीफिकेशन में –
स्वाद में मूली की तरह ही सहजन की जड़ का स्वाद होता है। सहजन का कटा हुआ जड़ की कुछ मात्रा मसालों के रूप में उपयोग की जाती है। इसका उपयोग परफ्यूम, दवा, उर्वरक और पानी को प्यूरिफाई करने के लिए किया जा सकता है। इसलिए इसके जड़ को बहुत उपयोगी माना जाता है।
ड्रमस्टिक की जड़ के फायदे बीमारियों के इलाज में –
एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होने के कारण ड्रमस्टिक की जड़ों का उपयोग बहुत सी बीमारियों को दूर करने में किया जाता है। सहजन अस्थमा, पाचन की बीमारी, गैस, त्वचा की समस्याएं, थायरॉइड और सूजन को दूर करने में बहुत उपयोगी होता है।
सहजन के तेल के फायदे मुंहासे के इलाज में –
ड्रमस्टिक के बीज से तेल निकाला जाता है जो बिना महक के एवं साफ होता है और इस तेल में बेहेनिक एसिड (behenic acid) की अधिक सांद्रता पायी जाती है। सहजन के तेल को चेहरे पर लगाने से मुंहासे के दाग धब्बे (acne spot) एवं ब्लैक स्पॉट दूर हो जाते हैं और चेहरा एकदम साफ हो जाता है। सहजन के बीज का प्रयोग शरीर एवं चेहरे को पोषण देने के लिए फेशियल मास्क और बॉडी मास्क के रूप में भी किया जाता है। (और पढ़े – मुंहासे दूर करने का आयुर्वेदिक उपाय)
सहजन की पत्तियों के फायदे पोषक तत्वों के लिए –
पालक की ही तरह 100 ग्राम सहजन (moringa)की पत्तियों को पकाकर खाने से शरीर को पर्याप्त कैल्शियम प्राप्त हो जाता है। इसके अलावा इसके पत्तियों को सूखाकर पावडर का इस्तेमाल किया जा सकता है या सॉस या सूप बनाकर पोषक तत्वों को प्राप्त किया जा सकता है।
सहजन के नुकसान –
सहजन के फायदे आपने जाने लेकिन अधिक मात्रा में ड्रमस्टिक का सेवन से आपको इससे नुकसान भी हो सकता है आइये जानते है सहजन के नुकसान क्या है
प्रेगनेंट महिलाओं को सहजन का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे गर्भपात का खतरा बना रहता है।
सहजन की पत्तियों में लैक्जेटिव गुण होता है जिसकी वजह से पेट गड़बड़ हो सकता है और अधिक सेवन करने पर सीने में जलन और
डायरिया हो सकता है।
जिन लोगों का रक्त अधिक पतला है और वे किसी दवा का सेवन कर रहे हों उन्हें सहजन का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह खून को अत्यधिक पतला कर देता है।