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करी पत्ता के पेड़ को सावन में लगायें और सदा लाभ पायें...करी पत्ता के ये हैरान कर देने वाले फायदे जानकार आप दंग रह जाएंगे
करी पत्ता अक्सर कढ़ी में डलता है। इसके खाने में जायका बढ़ जाता है। अधिकतर महाराष्ट्रीयन घरों में इसका पेड़ मिल जाएगा। यह खुशबूदार पत्ता होता है। इसको खाने से बाल काले और मजबूत रहते हैं। इसके पत्ते कुछ-कुछ नीम की तरह होते है।
दक्षिण भारत व पश्चिमी-तट के राज्यों और श्रीलंका के व्यंजनों के छौंक में, खासकर रसेदार व्यंजनों में बिलकुल तेजपत्तों की तरह इसकी पत्तियों का उपयोग बहुत महत्व रखता है। इसे
काला नीम भी कहते हैं। कढ़ी पत्ता लंबे और स्वस्थ बालों के लिए भी बहुत लाभकारी माना जाता है। कढ़ी पत्ता पेट संबंधी रोगों में भी अत्यंत लाभदायक है। इसकी जड़ का इस्तेमाल आंखों और किडनी के रोग के लिए होता है। कई कारणों से हिन्दू धर्म में इसका पेड़ लगाने की हिदायत दी गई है।
कढ़ी पत्ते में मौजूद आयरन, जिंक और कॉपर जैसे मिनरल न सिर्फ अग्नाशय की बीटा-कोशिकाओं को सक्रिय करते हैं, बल्कि उन्हें नष्ट होने से भी बचाते हैं। इससे ये कोशिकाएं इंसुलिन का उत्पादन तेज कर देती हैं। डायबिटीज पीड़ितों के लिए रोज सुबह खाली पेट 8-10 कढ़ी पत्ते चबाना फायदेमंद है।
डायबिटीज़ को कंट्रोल करता है
कढ़ी पत्ते में एंटी डायबिटिक एंजेट होते हैं। यह शरीर में इंसुलिन की गतिविधि को प्रभावित करके ब्लड शुगर लेवल को कम करता है। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर भी डायबिटीज़ के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है।
कैसे करें इस्तेमाल : अपने भोजन में कढ़ी पत्ते की मात्रा बढ़ाएं या फिर रोज सुबह तीन महीने तक खाली पेट कढ़ी पत्ता खाएं तो फायदा होगा। कढ़ी पत्ता मोटापे को कम कर के डायबिटीज को भी दूर कर सकता है।
डायरिया को रोकता है
कढ़ी पत्ते में कार्बाज़ोल एल्कालॉयड्स होते हैं, जिससे इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह गुण पेट के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। यह पेट से पित्त भी दूर करता है, जो डायरिया होने का मुख्य कारण है।
कैसे करें सेवन : अगर आप डायरिया से पीड़ित हैं तो कुछ कढ़ी पत्तों को कस कर छाछ के साथ पिएं। ऐसा दिन में दो से तीन बार दोहराने से आराम मिलता है।
बालों की जड़ों को मज़बूत बनायें
ज़रूरत से ज्यादा केमिकल का इस्तेमाल और प्रदूषण की वजह से बालों को काफी नुक्सान होता है। करी पत्ते में वो सारे पोषण तत्व पाये जाते हैं, जो बालों को स्वस्थ रखते हैं। करी पत्तों को पीस कर इसका लेप बना लें फिर इसे सीधे बालों की जड़ों में लगाएं या आप करी पत्ते को खा भी सकते हैं, अगर आपको इसके कड़वे स्वाद से कोई परेशानी नहीं है। इससे आपके बाल काले, लंबे और घने हो जाएंगें साथी ही बालों की जड़ें भी मज़बूत होंगी।
नाक और सीने से कफ का जमाव कम करता है
अगर आपको सूखा कफ, साइनसाइटिस और चेस्ट में जमाव है तो कढ़ी पत्ता आपके लिए बेहद असरदार उपाय हो सकता है। इसमें विटामिन सी और ए के साथ एंटी-बैक्टीरियल और एंटी फंगल एजेंट होते हैं, जो जमे हुए बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।
कैसे करें सेवन : कफ से राहत पाने के लिए एक चम्मच कढ़ी पाउडर को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस मिक्सचर को दिन में दो बार पिएं।
कैंसर
इसमें एंटी ऑक्सीडेंट होते है जो बुढापे को दूर रखते है और कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने नहीं देते .
कोलेस्ट्रोल
यह कोलेस्ट्रोल कम करता है |
लीवर को सुरक्षित करता है
अगर आप ज्यादा एल्कोहल का सेवन करते हैं या फिश ज्यादा खाते हैं तो कढ़ी पत्ता आपके लीवर को इससे प्रभावित होने से बचा सकता है। कढ़ी पत्ता लीवर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है जो हानिकारक तत्व जैसे मरकरी (मछली में पाया जाता है), और एल्कोहल की वजह से लीवर पर पड़ता है।
कैसे करें सेवन : घर के बने हुए घी को गर्म करके उसमें एक कप कढ़ी पत्ते का जूस मिलाएं। इसके बाद थोड़ी सी चीनी और पिसी हुई काली मिर्च मिलाएं। अब इस मिक्सचर को कम तापमान में गर्म करके उबाल लें और उसे हल्का ठंडा करके पिएँ।
एनीमिया रोगियों के लिए उपयोगी
कढ़ी पत्ते में आयरन और फोलिक एसिड उच्च मात्रा में होते हैं। एनीमिया शरीर में सिर्फ आयरन की कमी से नहीं होता, बल्कि जब आयरन को अब्जॉर्ब करने और उसे इस्तेमाल करने की शक्ति कम हो जाती है, तो इससे भी एनीमिया हो जाता है। इसके लिए शरीर में फोलिक एसिड की भी कमी नहीं होनी चाहिए क्योंकि फोलिक एसिड ही आयरन को अब्जॉर्ब करने में मदद करता है।
कैसे करें सेवन : अगर आप एनीमिया से पीड़ित हैं तो एक खजूर को दो कढ़ी पत्तों के साथ खाली पेट रोज सुबह खाएं। इससे शरीर में आयरन लेवल ऊंचा रहेगा और एनीमिया की संभावना भी कम होगी।
कीड़े के काटने पर
जहरीले कीड़े काटने पर इसके फलों के रस को निम्बू के रस के साथ मिलाकर लगाने से लाभ होता है |
मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत देता है
मासिक धर्म के दिनों में होने वाली परेशानी व दर्द से निजात पाने के लिए कढ़ी पत्ता काफी असरदार होता है।कैसे करें इस्तेमाल- इसके लिए मीठे नीम या कढ़ी के पत्तों को सुखाकर इनका बारीक पाउडर तैयार कर लें। अब एक छोटा चम्मच इस मिक्सचर को गुनगुने पानी के साथ सेवन करें। सवेरे और शाम दिन में दो बार इसे हराएं। कढ़ी, दाल, पुलाव आदि के साथ करी पत्ते का नियमित सेवन बेहद फायदेमंद है।
बालों का गिरना कम करें
करी पत्ता में विटामिन बी1 बी3 बी9 और सी होता है। इसके अलावा इसमें आयरन, कैल्शियम और फॉस्फोरस होते हैं। इसके रोज़ाना सेवन से आपके बाल काले लंबे और घने होने लगेंगे। यही नहीं यह बालों को डैंड्रफ से भी बचाती है।
जले , कटे
जले और कटे स्थान पर इसके पत्ते पीस कर लगाने से लाभ होता है .
दिल की बीमारियों से बचाता है
स्टडी के अनुसार, कढ़ी पत्ते में ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले गुण होते हैं, जिससे आप दिल की बीमारियों से बचे रहते हैं। यह एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल का ऑक्सीकरण होने से रोकते हैं। दरअसल ऑक्सीकृत कोलेस्ट्रॉल बैड कोलेस्ट्रॉल बनाते हैं जो हार्ट डिसीज़ को न्यौता देते हैं।
कैसे करें सेवन : खाने में कढ़ी पत्ते की इस्तेमाल ज़्यादा करें या इसके कुछ पत्तों को कच्चा चबाएं।
इन्फेक्शन
यह इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है |
किडनी के लिए
यह किडनी के लिए लाभकारी होता है |
आँखों की बीमारियों में लाभकारी
यह आँखों की बीमारियों में लाभकारी होता है इसमें मौजूद एंटी ओक्सीडेंट केटरेक्ट को शुरू होने से रोकते है ,यह नेत्र ज्योति को बढाता है .