क्या #कवच #अर्गला #कीलक और #सिद्धकुंजिका के समस्त मंत्रों से आहुति करनी चाहिये ??
पुरे मंत्र की आहुति कभी नही देनी चाहिये इन मंत्रों से।
कवच अर्गला कीलक और सिद्धकुंजिका में उपस्थित देवी शक्तियों की आहुति दी जाती है जो अलग से होता है
जैसे -
इन्द्राणी पति सद्भाव पुजिते परमेश्वरी।
रूपं देही जयं देही यशो देही द्विषो जहि।।
उपरोक्त मंत्र की आहुति केवल उपस्थित देवी का होगा।
ॐ इन्द्राणीयै शक्तियै नमः स्वाहा
ॐ परमेश्वरियै नमः स्वाहा।
ठीक इसी तरह कवच मंत्रो के देवियों और शक्तियों का होगा।
अस्त्र मंत्र की आहुति भी दी जाती है पर उसका अलग विधान है। हर परिस्थिति में या हर कोई नही दे सकता।
अस्तु
#नमामि_दुर्गे
- रूद्रांश