जब तक धारा 370 के 'सुरक्षा कवच' में कश्मीरी आतंकवाद का 'मंचन' होता रहा,,,गिलानी जैसे लोग मुख्य किरदार में अपना रोल निभाते रहे,,,,हमेशा लाइम लाइट में रहे,,लुटियंस मीडिया ने उन्हें सर आंखों पर बिठाया
गिलानी जैसे कांग्रेस निर्मित पाकिस्तान परास्त नेताओं ने कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद की आग में ईंधन की तरह इस्तेमाल किया..फंडिंग की आड़ में खूब दौलत बटोरी.लाखों बेकसूर हिंदुओं को कत्ल किया,महिलाओं से बलात्कार किया,,हिंदुओं को उनकी ही जमीन से खदेड़ दिया गया
अब जब 370 पर 'पर्दा गिर गया' तो इस 'किरदार' की भूमिका भी खत्म हो गयी,,, फंडिंग मिलनी बंद हो गयी,,कोई राजनीतिक हैसियत नहीं रह गयी,,मीडिया की फ़्लैश लाइट्स भी अब इनके दरवाजे नहीं चमकती,,न कोई कांग्रेसी नेता अब हाल चाल लेने आता,,,तो झोला उठा कर ऑस्ट्रेलिया चल पड़े बड़े मिया,,जहां इनके बच्चे अच्छे से सेटल है..
ये फर्क आया है 370 के हटने से....जल्द ही कई और मेहबूबा,अब्दुल्ला भी इन्ही का अनुसरण करेंगे
-कुरील