अभी जो लोग सरकार को ऊल जलूल कह रहे है उन्हें जरा आचार्य बालकृष्ण के इस ट्वीट को पढ़ना चाहिए!
यह सरकार आयुर्वेद को प्रोत्साहन और गौरव देने वाली है!
इस बात में किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए कि मोदी सरकार ने पिछले 6 साल में आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए काफी कुछ किया है! स्वयं मोदी जी कई बार अंतरराष्ट्रीय मंच से आयुर्वेद का बखान कर चुके हैं!
आगे आचार्य बालकृष्ण लिखते है कि कम्युनिकेशन गैप था वह दूर हो गया है, और सारे स्टैंडर्ड पैरामीटर को 100% फुलफिल किया है व इसकी जानकारी आयुष मंत्रालय को हमने भेज दी है।
मतलब पतंजलि ने अभी तक सारी जानकारी नहीं भेजी थी।
वैसे भी कोरोना की दवा की घोषणा करना कोई छोटी बात नहीं है, अगर दावा सही है तो यह दवा इंटरनेशनली निर्यात भी होगी। इसलिए इसको सरकार की तरफ से पास होना अनिवार्य भी है।
आयुष मंत्रालय ने सिर्फ तब तक के लिए इस दवा का प्रचार (एडवरटाइजमेंट) करने पर रोक लगाया है।