divyam raj's Album: Wall Photos

Photo 1 of 19 in Wall Photos

हल्दी को भी लेना पड़ रहा है हलाला सर्टिफिकेट

हल्दी पाउडर जो कि पूर्णतया शाकाहारी है उसे भी "हलाल सर्टिफिकेट" लेना पड़ रहा है। ये राकेश कंपनी भी हिन्दू का है ऐसा क्या मजबूरी हो गयी कि इसे हलाल सर्टिफिकेट लेना पड़ा? 80% हिन्दू होने के बाबजूद हमे क्यों मजबूर किया जा रहा है कि हम हलाल सर्टिफिकेट वाला उत्पाद लें?

ये हलाल सर्टिफिकेट है क्या - हलाल सर्टिफिकेट उसे दिया जाता है जिसका उत्पादन से लेकर पैकेजिंग तक का काम इस्लामिक तरीके से हुआ हो ।

हिन्दू और शाकाहारी कंपनी को भी मज़बूर किया जाता है कि वो "हलाल सर्टिफिकेट" लें अगर वे ऐसा नही करते तो 20% मुस्लिम है वो उस प्रोडक्ट का विरोध करेंगे और नही लेंगे । ये मुस्लिम 80% हिंदुओ पर भारी पर जातें है क्योंकि हम हिन्दुओं को इन सब से कोई मतलब नही है , हमे तो धर्मनिरपेक्षता दिखानी है , फेक i d बना के दलितों को सवर्ण से और सवर्ण को दलितों से लड़ाना है । यही पर ये मुस्लिम संगठन दवाब बनाने में कामयाब हो जाते हैं । ये जो "हलाल सर्फिकेट" किसी सरकारी संगठनों द्वारा नही बल्कि निजी मुस्लिम संगठन द्वारा दिया जाता हैं, उत्पाद करे हिन्दू , बेचे हिन्दू लेकिन सर्टिफिकेट देने के नाम पे कमाई ये करते है भारत मे ये अब 2 ट्रिलियन की बिज़नस बन चुका और फिर इन्ही पैसों का इस्तेमाल , आतंक फैलाने, हिन्दुओ को मारने , दंगा करने, हिन्दू दलितों का धर्म परिवर्तन में इस्तेमाल होता है ।

दिल्ली के कुछ बड़े होटलों का कहना है वहां पे मांस खाने वालों की संख्या में मात्र 5% ही मुस्लिम होते हैं लेकिन उनके विरोध के डर से वे "हलाल सर्टिफिकेट" लेते है क्योंकि गैर मुस्लिम खास कर हिन्दुओं को इन सब से मतलब नही होता कि उन्हें झटका मांस मिला रहा है या हलाल, वो कभी विरोध करेंगे ऐसे में मुस्लिम विरोध होने से उनका 5 % बिज़नेस नुकसान होगा इसलिए वे "हलाल सर्टिफिकेट" लेतें है ।

ये "हलाल सर्टिफिकेट" के नाम वे जो मुस्लिम संगठन कमाई करते है उसका हिस्सा जकात या कह लें जिहाद में जाता है , जिसका मतलब है ऐसा काम करने के लिए पैसा लगाना जो "काफिरों" के खिलाफ हो ।

अगर आप "हलाल सर्टिफिकेट" वाले प्रोडक्ट लेतें हैं तो आप खुद अपने लिए चिता बना रहे हैं और खुद ही आतंकवाद को पैसा दे रहे है , ऐसा प्रोडक्ट ना लें और लेने से पहले एक बार उससे उलट पुलट देख लें कि आप कहीं गलत प्रोडक्ट तो नहीं ले रहे जहाँ ऐसा समान मिलता है उन दुकानदार को भी बताए कि हम ये प्रोडक्ट क्यों नही लेंगे ।