नीचे तस्वीर को देखकर आप सोच रहे होंगे कि शायद यह किसी वीडियो गेम का वॉलपेपर है, परंतु यह हमारे पूर्वजों द्वारा बनाई गई गौरवपूर्ण धरोहर हैं। हो सकता है आज का युवा केवल पब्जी और सोशल साइट्स पर व्यस्त रहता हो, परंतु सोशल साइट्स के माध्यम से ही कई ऐसे युवा भी हैं जिनमें मैंने अपने सनातन धर्म एवं संस्कृति के प्रति एक गर्व का भाव देखा है।
स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी के बारे में हम सभी लोगों ने सुना होगा परंतु इस अद्भुत धरोहर के बारे में शायद ही कोई जानता हो। वामपंथी इतिहासकार कभी नहीं चाहते थे की हमारे पूर्वजों के ऐसे अविश्वसनीय कौशल एवं उनके बलिदान हमारे आने वाली पीढ़ी को गौरवान्वित कर सकें।
सुबह की सुनहरी किरणों में नहाती यह धरोहर हृदय को एक अलग ही लेवल का सुकून देती है।