नमस्कार मित्रो,
कल रात बॉलीवुड की एक बढ़िया फ़िल्म "Rocket Singh" फिर से देखने का मौका मिला.काफ़ी समय पहले dvd में देखा था इसे,पर एक दोस्त से इस फ़िल्म का जिक्र छिड़ने पर एक बार फिर से देखने का मन हुआ तो आख़िरकार दोबारा देख ही ली.फ़िल्म एक सेल्समेन "राकेट सिंह" पर आधारित है जिसका किरदार निभाया है "रणवीर कपूर" ने.इनके अलावा "गौहर खान", "प्रेम चोपड़ा" और "मनीष चौधरी" ने भी काम किया है.
फ़िल्म की कहानी है "हरप्रीत" नाम के एक आम आदमी की जो कम्प्यूटर कंपनी "AYS" में जॉब करता है लेकिन सीधा और साफ दिल का होने से कॉर्पोरेट सेक्टर में होने वाली बेईमानी और चालाकी नहीं समझ पाता.इसी कश्मकश में फंसे "हरप्रीत" से अनजाने में एक गलती हो जाती है और उसका बॉस "पूरी" उसकी बेइज़्ज़ती कर देता है."पूरी" की बेइज़्ज़ती से "हरप्रीत" निराश नहीं होता, और उसके ही ऑफिस में रहकर और उसी के लोगो को जोड़कर "राकेट सेल्स" नाम से अपनी कंपनी बना लेता है."AYS" के आर्डर कैंसिल होकर "हरप्रीत" की कंपनी में जाने लगते है जिसकी वजह से "पूरी" बौखला जाता है और इस नयी कंपनी का पता लगाने जुट जाता है.फिर क्या हुआ?क्या पूरी अपने ही ऑफिस के लोगो को पकड़ पाया?क्या "हरप्रीत" की सच्चाई "पुरी" जान पाया?"AYS" के ऑर्डर्स "राकेट सेल्स" में कैसे जाने लगे?ये सब जानने के लिए आपको ये बढ़िया फ़िल्म देखनी होंगी.
फ़िल्म की कहानी अच्छी है और "हरप्रीत" की लगन और सूझबूझ को बयान करती है.सच्चे दिल का "हरप्रीत" ये सिखा जाता है के किसी भी काम को करने के लिए लगन और ईमानदारी चाहिए, ना के बेईमानी और मक्कारी.सेल्समेन के किरदार में "रणबीर" अच्छे लगे है.वही "पूरी" बने "मनीष" एक लोभी और महत्वकाक्षी बॉस के किरदार में एकदम सही बैठे है."रणबीर" का साथ देती "गौहर खान" अच्छी लगी है वही बाक़ी सह कलाकारों ने भी बढ़िया काम किया है.कुल मिलाकर फ़िल्म अच्छी बनी है और जरूर देखनी चाहिए.
क्यों देखें-अगर एक बढ़िया और बिना ज्यादा लाग लपेट वाली बॉलीवुड फ़िल्म देखने का मन करे.
क्यों ना देखें-अगर बॉयकट नेपोटिस्म वाली भावना के चलते किसी स्टार किड की फ़िल्म ना देखने का निर्णय हो.
रेटिंग-7/10