"देह" से "देवालय" कि ओर जाते समय,
बीच में "देश" भी लगता हैं।
इसे आप ना भूलें ।
याद रहें आप इस मनुष्य योनि में इस पवित्र पावन भारत भूमि पर केवल खाकर खाद बनाने के लिए नही जन्में हो। आपको आपके इस पवित्र मनुष्य जीवन को समझना होगा। इस धरती पर कुछ अच्छा करके ईश्वर की ओर जाना होगा।