सैकड़ों सालों से गोरा होने की क्रीम बिक रही है कोई आजतक गोरा नहीं हुआ फिर भी बिक रही है
लंबाई बढाने की दवाई खूब बिक रही है जबकि विज्ञान कहती लम्बाई नहीं बढ सकती है
बाल आने की दवाई खूब बिक रही है
जबकि आजतक किसी के बाल वापस नहीं आये
लेकिन जब देश की कोई आयुर्वेदिक कंपनी दवाई बनाती है तो तमाम सवाल उठ रहे हैं
जबकि हजारों सालो से तुलसी अश्वगंधा गिलोय खा रहे हैं आज तक किसी को कोई नुकसान की खबर नहीं है फिर भी मंत्रालय और कांग्रेस को इतना कष्ट क्यो हो रहा है
क्या विदेश से आई किसी दवा का होना जरूरी है जिस पर अंग्रेजी में लिखा हो वही दवाई है क्या बाकी सब घासकूडा है
थोड़ी तो शर्म आनी चाहिए
अगर ये दवाई काम करती है तो देश का नाम बुलंदी पर होगा बस ये बात हज़म नहीं हो रही है लोगों को
इसमें भी राजनीति
तमाम तरह के प्रयोग इन्सान पर कर रहे हैं एलोपैथी वाले क्या किसी ने पूछा कि इसकी दवा नहीं तो क्यो प्रयोग किया जा रहा है जबकि हजारों लोगों की जान चली गई उसका क्या?
तुलसी गिलोय अश्वगंधा से आज तक किसी के मरने का प्रमाण नहीं है फिर भी इतना हंगामा