राहुल गांधी को अब तक revenue और प्रॉफिट का अंतर नहीं पता है और सपना देखते हैं देश का प्रधानमंत्री बनने का।
63 लाख पैसेंजरों को उनके घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने 2142 करोड़ खर्च किये और कुल रेवेन्यू 428 करोड़ का आया।
रेलवे को टोटल घाटा 1714 करोड़ रहा।
खैर क्या समझा सकते हैं राहुल गांधी भी जानते हैं कि उनके सपोर्टर्स किस बैकग्राउंड वाले हैं।