जातिवाद, छुआ-छूत और रंगभेद करने वालों के मुंह पर एक करारा थप्पड
आज उन सभी वामपंथी व भीमटो से मेरे सवाल है जो दिन रात ब्राह्मणवाद को गाली देते रहते है ।
पुराने जमाने में जब हॉस्पिटल नहीं होते थे तो . .
बच्चे की नाभि कौन काटता था मतलब पिता से भी पहले कौन सी जाति बच्चे को स्पर्श करती थी ?
आपका मुंडन करते वक्त कौन स्पर्श करता था ?
शादी के मंडप में नाईं और धोबन भी होती थी। लड़की का पिता लड़के के पिता से इन दोनों के लिए साड़ी की मांग करता था।
वाल्मीकियों के बनाये हुए सूप से ही छठ व्रत होता हैं ।
आपके घर में कुँए से पानी कौन लाता था?
भोज के लिए पत्तल कौन सी जाति बनाती थी?
किसने आपके कपडे धोये?
डोली अपने कंधे पर कौन मीलो मीलो दूर से लाता था
और उनके जिन्दा रहते किसी की मजाल न थी कि आपकी बिटिया को छू भी दे।
किसके हाथो से बनाये मिट्टी की सुराही(मटके)
से गर्मियों में आपकी आत्मा तृप्त हो जाती थी ?
कौन आपकी झोपड़ियां बनाता था?
कौन फसल लाता था?
कौन आपकी चिता जलाने में सहायक सिद्ध होता हैं?
जीवन से लेकर मरण तक सब सबको कभी न कभी स्पर्श करते थे।
. . . और कहते है कि छुआछूत था ??
ब्राहमण ने अत्याचार किये ब्राह्मणों ने शोषण किया ।
600 साल मुगलो का राज रहा 200-250 तक अंग्रेजो का रहा । शोषण तो इन्होने किया हम सबका ।
यह छुआ छूत की बीमारी मुगलों और अंग्रेजों ने हिंदु धर्म को तोड़ने के लिए एक साजिश के तहत डाली थी।
जातियां थी, पर उनके मध्य एक प्रेम की धारा भी बहती थी, जिसका कभी कोई उल्लेख नहीं करता।
उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर के शौरम गांव मे सर्वखाप पंचायत का इतिहास रखा हुआ है जिसमे सभी जातियो ने मिलके मुगलो के विरूद्ध लडाईया लडी चाहे वो जाट राजपूत गुर्जर ब्राह्मण त्यागी रोड़ अहीर गढरिये डूम जोगी कुम्हार हरिजन हो जितनी भी हरियाणा मे जातियां है सबने मिलकर हरियाणा मे सर्वखाप पंचायत की सेना मे लडाईया लडी । सबका आपस मे भाईचारा था ।
औरंगजेब लार्ड मैकाले मैक्समूलर जैसो ने ही नीतियां बनाकर हम हिंदूओ मे फुट डाली है । और ये लाल सलाम वाले वामपंथी आज भी फूट डालने मे लगे हुए है ।
अगर जातिवाद होता तो राम कभी शबरी के झूठे बेर ना खाते,
निषादराज को श्री राम गले ना लगाते
सत्यकाम जाबाल महर्षि जाबाल ना कहलाते
रत्नाकर महर्षि बाल्मीकी के नाम से ना पूजे जाते
ना जाने कितने ही उदाहरण है हमारे सामने
जाति में मत टूटिये, धर्म से जुड़िये . . . देश जोड़िये।
सभी जातियाँ सम्माननीय हैं..।।
एकता मे रहोगे तो आपका राज होगा बिखर गये तो यूहीं गुलाम होते रहोगे ।।