यह तत्वज्ञान केवल रामपाल जी बता सकते हैं क्योंकि दूसरे सब अनपढ़ गंवार है ,,एक रामपाल ही ज्ञानी है ,,,
शास्त्रज्ञान के नाम पर शून्य हैं ,,पर नाम परमज्ञानी हैं
शिष्यों ने इतना ऊपर चढ़ा दिया कि नीचे उतरने का रास्ता ही भूल गए ,, तो पुलिस ने सही जगह पहुंचा दिया है ,,,
इनके लिए कबीर ही भगवान है , और वेदों के झूठे प्रमाण अपने शिष्यों को देते हैं
" कविर्मनीषी "
अब शिष्य भी कौन सा शास्त्र जानते हैं ,,जो गुरु ने बोला स्वीकार कर लिया ।